झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने केंद्र सरकार और भाजपा पर तीखे शब्दों में हमला किया। शनिवार को तोरपा में इंडिया ब्लॉक के उम्मीदवार संदीप गुड़िया के समर्थन में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए सीएम ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार के हाथों में कठपुतली की तरह नाचने वाली संस्थाएं, जब जैसा चाहे, वैसा आदेश देती हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में योजनाबद्ध तरीके से चुनाव कराया जा रहा है, और चुनाव आयोग ने हमारी सरकार का एक महीना शेष रहते ही चुनाव की घोषणा कर दी।
भाजपा पर निशाना साधते हुए सोरेन ने कहा कि उनकी राजनीति समाज को बांटने और जहर घोलने की है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा की नीतियां सिर्फ बड़े व्यापारियों के लाभ के लिए हैं और गरीबों, पिछड़ों और आदिवासियों की समस्याओं से उन्हें कोई सरोकार नहीं है। सोरेन ने कहा, “अगर जनता का सहयोग मिलता रहा, तो हम हजारों भाजपा कार्यकर्ताओं को यहां से भगाकर गुजरात भेजेंगे।”
विशेष सुरक्षा और योजनाओं का वादा:
मुख्यमंत्री ने बताया कि झारखंड में अभूतपूर्व रूप से सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है, जो भाजपा के बड़े नेताओं के दौरे को समर्थन देने के लिए है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर उनकी सरकार फिर सत्ता में आती है तो झारखंड की हर महिला को उनके खाते में 1 लाख रुपये देने का काम किया जाएगा। उन्होंने अपनी योजनाओं की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि विपक्ष को हमारी योजनाओं के तले दबा दिया जाएगा।
तपकारा गोलीकांड और आदिवासियों की शहादत का जिक्र:
अपने ट्विटर संदेश में सोरेन ने झारखंड के आदिवासियों और मूलवासियों की हत्याओं का मुद्दा उठाया, जो भाजपा सरकार के कार्यकाल में हुई थीं। उन्होंने तपकारा गोलीकांड का उल्लेख करते हुए कहा कि आदरणीय दिशोम गुरुजी के नेतृत्व में बड़ा आंदोलन हुआ था, जिसमें सोमा जोसेफ गुड़िया, जमाल खान, लूकस गुड़िया, वोडा पाहन, सुरसेन गुड़िया, प्रभु सहाय कंडुलना, समीर डहंगा और सुंदर कंडुलना जैसे लोगों की शहादत को झारखंड कभी नहीं भूलेगा।